स्वागत नहीं करोगे हमारा / कोई भी चीज़ जो हमारी समझ से परे है उस पर तर्कवादी दृष्टिकोण अपनाना चाहिए न कि उसको चमत्कार की संज्ञा देनी चाहिए।